बताया जा रहा है कि लाल किले पर उपद्रव के बाद मंगलवार शाम को ही दीप मौके से भाग गया था। तभी से उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा है, लेकिन फेसबुक पर लगातार सक्रिय है। विरोध जताने पर उसने कुछ किसान नेताओं को धमकी भी दी थी। उसने कहा था कि अगर वह उनकी परतें खोलने पर आ गया, तब किसान नेताओं को भागने के लिए जमीन कम पड़ जाएगी। उसने सफाई में कहा था कि उसने राष्ट्रीय ध्वज को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, बल्कि अपने ध्वज फहरा कर सरकार को ताकत दिखाई है।
तोड़फोड़ व उपद्रव करने वालों की पहचान करने के लिए विभिन्न जांच एजेंसियां लगातार लाल किले का दौरा कर रही हैं। बताया जा रहा है कि कई वाहन मालिकों व उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है। गुजरात से आई फारेंसिक टीम ने भी रविवार को लाल किला, आइटीओ समेत कई जगहों का मुआयना किया। क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक शनिवार को राकेश टिकैत समेत जिन नौ किसान नेताओं को पूछताछ में शामिल होने के लिए दोबारा नोटिस भेजा गया उन्हें सोमवार को क्राइम ब्रांच के अलग-अलग कार्यालयों में हाजिर होने को कहा गया है।
70 से अधिक ट्रैक्टर मालिकों को भी पूछताछ में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा गया है। इस हफ्ते उनसे भी पूछताछ की जाएगी। उपद्रवियों व उनके वाहनों के पहचान करने का सिलसिला लगातार जारी है। जैसे जैसे उपद्रवियों की पहचान होती जा रही है क्राइम ब्रांच और स्थानीय थाना पुलिस उन्हें पूछताछ में शामिल होने के लिए नोटिस भेज रही है। अब तक उपद्रव मामले में दिल्ली पुलिस 38 एफआइआर दर्ज कर चुकी है और 84 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है।
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